Chennai Super Kings vs Delhi Daredevils at Chennai
धोनी ने जीता मैच, एल्बी मोर्कल ने फैंस को बनाया अपना मुरीद
आईपीएल-8 के दूसरे रोमांचक मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स ने भले ही दिल्ली डेयरडेविल्स पर 1 रनों से जीत दर्ज की हो लेकिन एक समय एल्बी मोर्कल ने धोनी को चिंता में डाल दिया था।
दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से अगर एल्बी मोर्कल को दूसरे छोर से साथ मिलता तो चेन्नई सुपर किंग्स को हार का सामना करना पड़ता। मोर्कल को छोड़ दिया जाए तो दिल्ली डेयरडेविल्स के मयंक अग्रवाल (15), केदार जाधव (20) ही दहाई के आंकड़े को छू सके।
बाकी के बल्लेबाज अपना विकेट गंवाकर पवेलियन लौटते गए। हालाकि चेन्नई सुपरकिंग्स के गेंदबाजों से जीत का श्रेय नहीं छीना जा सकता, जिन्होंने दिल्ली के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा।
बता दें कि रोमांचक मुकाबले में डेयरडेविल्स को आखिरी छह गेंदों पर जीत के लिए 19 रनों की दरकार थी और पहली ही गेंद पर मोर्कल ने चौका जड़कर जीत की उम्मीदें जिंदा रखीं।
इमरान ताहिर तीसरी गेंद पर रैना के हाथों लपके गए हालांकि इस बीच मोर्कल छोर बदलने में सफल रहे।
आखिरी के तीन गेदों पर अब जीत के लिए 14 रनों की दरकार थी और मोर्कल ने चौथी गेंद पर शानदार छक्का जड़ा और पांचवीं गेंद पर दो रन लिए।
अब आखिरी गेंद पर डेयरडेविल्स को जीत के लिए छक्के की जरूरत थी और मोर्कल ने शानदार शॉट खेला हालांकि गेंद सीमारेखा पार करने से पहले एक टप्पा खा गई और डेयरडेविल्स जीत से एक रन पीछे रह गए।
मोर्कल ने अपनी अविस्मरणीय पारी में 55 गेंदों का सामना कर आठ चौके और एक छक्का जड़ा और अंत तक नाबाद रहे।
आईपीएल-8 के दूसरे रोमांचक मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स ने भले ही दिल्ली डेयरडेविल्स पर 1 रनों से जीत दर्ज की हो लेकिन एक समय एल्बी मोर्कल ने धोनी को चिंता में डाल दिया था।
दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से अगर एल्बी मोर्कल को दूसरे छोर से साथ मिलता तो चेन्नई सुपर किंग्स को हार का सामना करना पड़ता। मोर्कल को छोड़ दिया जाए तो दिल्ली डेयरडेविल्स के मयंक अग्रवाल (15), केदार जाधव (20) ही दहाई के आंकड़े को छू सके।
बाकी के बल्लेबाज अपना विकेट गंवाकर पवेलियन लौटते गए। हालाकि चेन्नई सुपरकिंग्स के गेंदबाजों से जीत का श्रेय नहीं छीना जा सकता, जिन्होंने दिल्ली के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा।
बता दें कि रोमांचक मुकाबले में डेयरडेविल्स को आखिरी छह गेंदों पर जीत के लिए 19 रनों की दरकार थी और पहली ही गेंद पर मोर्कल ने चौका जड़कर जीत की उम्मीदें जिंदा रखीं।
इमरान ताहिर तीसरी गेंद पर रैना के हाथों लपके गए हालांकि इस बीच मोर्कल छोर बदलने में सफल रहे।
आखिरी के तीन गेदों पर अब जीत के लिए 14 रनों की दरकार थी और मोर्कल ने चौथी गेंद पर शानदार छक्का जड़ा और पांचवीं गेंद पर दो रन लिए।
अब आखिरी गेंद पर डेयरडेविल्स को जीत के लिए छक्के की जरूरत थी और मोर्कल ने शानदार शॉट खेला हालांकि गेंद सीमारेखा पार करने से पहले एक टप्पा खा गई और डेयरडेविल्स जीत से एक रन पीछे रह गए।
मोर्कल ने अपनी अविस्मरणीय पारी में 55 गेंदों का सामना कर आठ चौके और एक छक्का जड़ा और अंत तक नाबाद रहे।