कैप्टन कूल का टूटा भरोसा, दे डाला यह बयान
वर्ल्ड कप नजदीक है और क्रिकेट के इस महाकुंभ में गेंद और बल्ले से कमाल दिखाने के लिए क्रिकेट टीमें तैयार हैं।
वर्ल्ड कप नजदीक है और क्रिकेट के इस महाकुंभ में गेंद और बल्ले से कमाल दिखाने के लिए क्रिकेट टीमें तैयार हैं।
लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभ्यास मैच में भारतीय टीम ने एक बार फिर से निराशाजनक प्रदर्शन किया और उसे 106 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी।
यह तब है जब वर्ल्ड कप के लिए चयनित भारतीय टीम के बारे में पूर्व भारतीय दिग्गजों ने खूब सराहा था।
लेकिन वर्ल्ड कप से पहले मिल रही लगातार हार से निराश भारतीय कप्तान ने कंगारूओं के खिलाफ अभ्यास मुकाबले से पहले टीम इंडिया की बैटिंग में गहराई की कमी की बात कह कर भारतीय प्रशंसकों को निराश कर दिया है।
धोनी के बयान से ऐसा लगता है कि वे टीम इंडिया को मिल रही हार से निराश हो चुके है और इस टीम से उन्हें जीत की कोई उम्मीद नहीं है।
भारतीय टीम की गेंदबाजी वैसे ही कमजोर कड़ी है लेकिन बल्लेबाज भी जिस तरह से तीन महीने से ऑस्ट्रेलिया के हालात से रूबरू होने के बाद घुटने टेक दिए हैं, उससे कैप्टन कूल को जीत की उम्मीद नहीं दिख रही है?
वर्ल्ड कप से पहले कप्तान का इस तरह हथियार डाल देना, टीम पर असर डालेगा। वर्ल्ड कप खिताबी बचाव के लिए धोनी को सधी हुई रणनीति के साथ उतरना होगा और टीम का मनोबल बढ़ाना होगा। इसके लिए उन्हें आगे आकर बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
यदि धोनी वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित नहीं कर पाते हैं तो उनके उपर अंगुली उठ सकती है।
क्योंकि वर्ल्ड कप 2011 की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले कई क्रिकेटर टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं और उनके बल्ले ने रणजी ट्रॉफी में कमाल दिखाया है।
सीनियर खिलाड़ियों के वर्ल्ड कप से बाहर रहने के पीछे धोनी का भी हाथ माना जाता रहा है। मीडिया में भी इसको लेकर खबरें आई।
एेसे में धोनी की अगुआई में टीम इंडिया अपने नाम के अनुरूप खेल नहीं दिखा पाती तो कप्तान पर अंगुली उठना स्वाभाविक है।
Comments