वर्ल्ड कप नजदीक, टीम इंडिया के शेर हो रहे ढेर

वर्ल्ड कप नजदीक है लेकिन टेस्ट सीरीज में खराब प्रदर्शन के बाद त्रिकोणीय सीरीज में भी भारतीय बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन जारी है। यह तब है जब धोनी एंड कंपनी ने ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर काफी समय बिताया और यहां के हालात के मुताबिक ढलने का पूरा मौका मिला।

आइए भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजों द्वारा त्रिकोणीय सीरीज में किए गए अब तक के प्रदर्शन पर डालते हैं नजर, जिनसे क्रिकेट प्रेमियों बेहतर की उम्मीद की थी। लेकिन इन्होंने अपने प्रदर्शन से वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया की खिताबी बचाव की संभावनाओं पर पानी फेर दिया है।

अजिंक्य रहाणे: भारतीय सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने टेस्ट मैच में भले ही जूझारू प्रदर्शन किया है लेकिन वर्ल्ड कप के मद्देनजर उनका प्रदर्शन बेहतरीन नहीं कहा जा सकता है। अजिंक्य रहाणे ने मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 12, ब्रिस्बेन में इंग्लैंड के खिलाफ 33, सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 28 (बारिश से प्रभावित मुकाबला) और पर्थ में 73 रन बनाए। 

शिखर धवन: भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खराब प्रदर्शन के बाद वनडे में भी निराश जनक प्रदर्शन किया है। शिखर धवन ने त्रिकोणीय सीरीज में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2 रन, ब्रिस्बेन में भारत के खिलाफ 1 रन, सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8 रन (बारिश से प्रभावित मुकाबला) और पर्थ में 38 रनों की पारी खेली। 







विराट कोहली: दुनिया भर के गेंदबाजों को अपने बल्ले की धमक दिखाने वाले भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने त्रिकोणीय सीरीज में खराब प्रदर्शन से अपने तमाम चाहने वालों को निराश किया है। कोहली ने त्रिकोणीय सीरीज में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 रन, इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्बेन में 4 रन, सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 3 रन (बारिश से प्रभावित मुकाबला) और पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ 8 रनों की पारी खेली। 

सुरेश रैना: भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने त्रिकोणीय सीरीज में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 51 रन, इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्बेन में 1 रन और पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ 1 रनों की पारी खेली।

अंबाती रायुडू: भारतीय मध्यक्रम के बल्लेबाज अंबाती रायुडू ने ब्रिस्बेन में इंग्लैंड के खिलाफ 23 रन, सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 23 रन और पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ 12 रनों की पारी खेली।

महेंद्र सिंह धोनी: टेस्ट क्रिकेट से अलविदा कहने वाले भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी क्रिकेट प्रशंसकों को निराश किया है। उन्होंने मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 19, ब्रिस्बेन में इंग्लैंड के खिलाफ 34, पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ 17 रन बनाए। 

स्टुअर्ट बिन्नी: वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में जगह बनाने वाले हरफनमौला क्रिकेटर स्टुअर्ट बिन्नी का प्रदर्शन हालाकि संतोष जनक रहा है, लेकिन कप्तान धोनी ने जैसे उम्मीद की थी, वे उसमें खरे साबित नहीं हुए। उन्होंने ब्रिस्बेन में इंग्लैंड के खिलाफ 44 रन बनाए और 34 रन देकर 1 विकेट झटके जबकि पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ 7 रन बनाए और 33 रन देकर तीन विकेट झटके। 







इतना ही नहीं टीम के टोटल स्कोर की बात करें तो भारतीय बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे मुकाबले (मेलबर्न) में 50 ओवर में 8 विकेट गंवाकर 267 रन बनाए, इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्बेन में 39.3 ओवर में 153 रनों पर सिमट गई, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5वां मुकाबला ब्ाारिश की वजह से रद्द हुआ और पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ 48.1 ओवर में ही सभी विकेट गंवाकर 200 रनों पर ढेर हो गई। भारतीय बल्लेबाजों के ऎसे प्रदर्शन से कोई टीम बड़े स्कोर कैसे खड़े कर सकती है और लक्ष्य का बचाव कैसे कर सकती है।

इसलिए यदि वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को खिताबी बचाव करने उतरना है तो उन्हें बल्ले की धमक दिग्गज टीमों को दिखानी होगी। 

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