आज हर भारतीय की जुबां पर इनका नाम, कभी सचिन ने की थी मदद
महिला विश्व कप के सेमीफाइनल में अॉस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार शतक जड़कर टीम इंडिया को फाइनल में पहुंचाने वाली हरमनप्रीत कौर आज भले ही हर भारतीय की जुबां पर हो, लेकिन क्या आपको पता है, उनकी मदद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने की थी।
इंडियन एक्सप्रेस से अखबार से बातचीत में डायना इडुलजी ने यह जानकारी दी। डायना ने बताया कि वो हरमनप्रीत को जूनियर स्तर से ही जानती है। चूंकि डायना उस समय वेस्टर्न रेलवे में अधिकारी थी। वो चाहती थी कि हरमनप्रीत भी रेलवे में नौकरी करें और रेलवे की ओर से ही खेले।
उस वक्त हरमनप्रीत कौर की नौकरी नार्दन रेलवे लग चुकी थी, लेकिन वो उन्हें उच्च पद पर देखना चाहती थी। डायना ने उन्हें चीफ अॉफिस अॉफ सुपरिटेंडेंट का पद दिया, लेकिन दिल्ली में बैठे उच्चाधिकारियों ने इसकी स्वीकृति नहीं दी। इसके बाद उन्होंने सांसद और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से बात की। सचिन ने भी हरमनप्रीत के खेल का लोहा माना और तब उन्होंने बतौर सांसद रेलवे के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा। सचिन के पत्र लिखने के बाद अधिकारियों की ओर से स्वीकृति मिली और उनकी नौकरी पक्की हो सकी।
इंडियन एक्सप्रेस से अखबार से बातचीत में डायना इडुलजी ने यह जानकारी दी। डायना ने बताया कि वो हरमनप्रीत को जूनियर स्तर से ही जानती है। चूंकि डायना उस समय वेस्टर्न रेलवे में अधिकारी थी। वो चाहती थी कि हरमनप्रीत भी रेलवे में नौकरी करें और रेलवे की ओर से ही खेले।
उस वक्त हरमनप्रीत कौर की नौकरी नार्दन रेलवे लग चुकी थी, लेकिन वो उन्हें उच्च पद पर देखना चाहती थी। डायना ने उन्हें चीफ अॉफिस अॉफ सुपरिटेंडेंट का पद दिया, लेकिन दिल्ली में बैठे उच्चाधिकारियों ने इसकी स्वीकृति नहीं दी। इसके बाद उन्होंने सांसद और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से बात की। सचिन ने भी हरमनप्रीत के खेल का लोहा माना और तब उन्होंने बतौर सांसद रेलवे के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा। सचिन के पत्र लिखने के बाद अधिकारियों की ओर से स्वीकृति मिली और उनकी नौकरी पक्की हो सकी।
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